जब लड़की से I. A. S.ऑफिसर बंद कर लिया बेज्जती का बदला
मैं इस समय मूवी “शादी में जरूर आना” का पूरा स्क्रिप्ट नहीं लिख सकता। लेकिन मैं आपको इस मूवी की कहानी के बारे में बता सकता हूँ।
“शादी में जरूर आना” एक भारतीय हिंदी फिल्म है जो एक रोमांटिक ड्रामा की कहानी है। इसमें मुख्य किरदार हैं सत्यार्थी मिश्रा और आर्ती शुक्ला।
सत्यार्थी एक अच्छे परिवार से हैं और वे एक अच्छे भविष्य की तलाश में हैं। उनके परिवार ने उनकी शादी के लिए आर्ती के साथ रिश्ता जोड़ा है। लेकिन सत्यार्थी के मन में उसके खुद के सपने हैं और उसकी ख्वाहिश है कि वह खुद का करियर बनाएं।
जब वह आर्ती से मिलते हैं, तो दोनों के बीच में एक अनोखी बात शुरू होती है। दोनों के बीच एक खास बॉन्ड बनता है, जो उन्हें एक-दूसरे की समझ में मदद करता है। लेकिन सत्यार्थी के सपनों और परिवार के दबाव के बीच, उनके बीच की इस प्यार भरी कहानी में कई रुकावटें आती हैं।
इस फिल्म में रोमांस, परिवार के दबाव, और सपनों की पूर्ति के बीच की उतार-चढ़ाव दिखाया गया है। यह कहानी दिखाती है कि कैसे एक इच्छाशक्ति, संघर्ष और प्यार से भरी कहानी में हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।
कहानी शुरू होती है जब सत्यार्थी और आर्ती एक-दूसरे के साथ बातचीत करते हैं और उनके बीच की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदलती है। लेकिन उनकी खुशियों की राह में उनके बीच कई समस्याएं आती हैं।
सत्यार्थी का परिवार उन्हें अपनी मान्यताओं और परंपराओं के अनुसार बड़ा रहा है, जबकि आर्ती का परिवार बहुत खुले-दिल और मोदर्न है। दोनों के परिवारों के बीच में तनाव बढ़ता है और यह समस्याएं उनकी प्यार भरी कहानी को मुश्किल बनाती हैं।
सत्यार्थी को अपने सपनों को पूरा करने का जज्बा है, लेकिन उनके परिवार की उम्मीदें भी हैं। उन्हें अपने प्यार और परिवार के बीच चुनना पड़ता है।
कहानी में दिखाया गया है कि कैसे सत्यार्थी और आर्ती एक-दूसरे के लिए लड़ते हैं, पर आखिर में प्यार और समझदारी की बात कैसे उन्हें एक साथ ला सकती है। फिल्म में समाज की मान्यताओं, परिवार की उम्मीदों, और अपने सपनों के लिए लड़ने की मुश्किलतें दिखाई गई हैं।
कहानी अंत में यह दिखाती है कि प्यार को सच्चाई से कैसे जोड़ा जा सकता है और विभिन्न मान्यताओं और सोच को कैसे समझा जा सकता है
पूरा वीडियो यहां से देखें : https://fb.watch/ptUA63bnm0/